2026 से पहले शुरू करने के लिए टॉप 5 म्यूचुअल फंड SIPs: Fintax360 द्वारा एक विस्तृत गाइड

2026 से पहले शुरू करने के लिए टॉप 5 म्यूचुअल फंड SIPs: Fintax360 द्वारा एक विस्तृत गाइड

प्रस्तावना: वित्तीय स्वतंत्रता की ओर पहला कदम

भारत तेजी से आर्थिक विकास के पथ पर अग्रसर है, और इसके साथ ही भारतीयों की वित्तीय आकांक्षाएं भी बढ़ रही हैं। आज का युवा वर्ग सिर्फ बचत करने में ही नहीं, बल्कि अपनी पूंजी को बढ़ाने में भी गहरी दिलचस्पी रखता है। घर खरीदना हो, बच्चों की उच्च शिक्षा हो, एक आरामदायक रिटायरमेंट हो या फिर अपने सपनों को पूरा करना हो – इन सभी लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए सिर्फ आय अर्जित करना काफी नहीं है, बल्कि उस आय का सही जगह निवेश करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। यहीं पर म्यूचुअल फंड और सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) एक शक्तिशाली उपकरण के रूप में उभरकर सामने आते हैं।

SIP या सिप, निवेश का एक ऐसा अनुशासित और सरल तरीका है जिसने आम भारतीय निवेशक के लिए शेयर बाजार जैसे जटिल माने जाने वाले क्षेत्र में निवेश के दरवाजे खोल दिए हैं। यह आपको हर महीने एक निश्चित राशि को अपनी पसंद की म्यूचुअल फंड स्कीम में निवेश करने की सुविधा देता है, जिससे आप लंबी अवधि में एक बड़ा कोष तैयार कर सकते हैं।

जैसे-जैसे हम 2026 की ओर बढ़ रहे हैं, यह समय अपनी निवेश यात्रा का मूल्यांकन करने और उसे शुरू करने का एक आदर्श अवसर है। अगले कुछ साल भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं, और जो निवेशक आज सही निर्णय लेंगे, वे भविष्य में इसका भरपूर लाभ उठा सकते हैं। इस लेख में, हम Fintax360 के विशेषज्ञों द्वारा गहन विश्लेषण के बाद चुने गए उन टॉप 5 परफॉर्मिंग म्यूचुअल फंड SIPs पर चर्चा करेंगे, जिन्हें आप 2026 से पहले अपनी निवेश सूची में शामिल करने पर विचार कर सकते हैं। हमारा उद्देश्य आपको न केवल बेहतरीन फंड्स के बारे में बताना है, बल्कि यह भी समझाना है कि SIP कैसे काम करता है और सही फंड का चुनाव कैसे किया जाता है।

सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) क्या है और यह क्यों लोकप्रिय है?

इससे पहले कि हम टॉप फंड्स की दुनिया में गोता लगाएँ, यह समझना आवश्यक है कि SIP आखिर है क्या और यह कैसे काम करता है। सरल शब्दों में, SIP म्यूचुअल फंड में निवेश करने का एक तरीका है, जहाँ आप एकमुश्त बड़ी राशि निवेश करने के बजाय, नियमित अंतराल (आमतौर पर मासिक) पर एक छोटी, निश्चित राशि निवेश करते हैं। यह बिल्कुल वैसा ही है जैसे आप अपने किसी recurring deposit (RD) में पैसे जमा करते हैं, लेकिन यहाँ आपका पैसा इक्विटी या डेट बाजार में निवेश किया जाता है, जिससे आपको महंगाई को मात देने वाले बेहतर रिटर्न की क्षमता मिलती है।

SIP के मुख्य लाभ:

  1. रुपये की औसत लागत (Rupee Cost Averaging): यह SIP का सबसे बड़ा लाभ है। जब बाजार में गिरावट होती है, तो आपकी निश्चित SIP राशि से आपको म्यूचुअल फंड की अधिक यूनिट्स मिलती हैं। इसके विपरीत, जब बाजार में तेजी होती है, तो आपको कम यूनिट्स मिलती हैं। लंबी अवधि में, यह आपकी प्रति यूनिट खरीद की औसत लागत को कम कर देता है, जिससे बाजार के उतार-चढ़ाव का जोखिम घट जाता है।
  2. कंपाउंडिंग की शक्ति (Power of Compounding): अल्बर्ट आइंस्टीन ने कंपाउंडिंग को “दुनिया का आठवां अजूबा” कहा था। SIP के माध्यम से, आप न केवल अपने निवेशित मूलधन पर रिटर्न कमाते हैं, बल्कि आपके कमाए हुए रिटर्न पर भी रिटर्न मिलता है। आप जितनी जल्दी और जितनी लंबी अवधि के लिए निवेश करते हैं, कंपाउंडिंग का जादू उतना ही बड़ा होता है, और आपका छोटा-छोटा निवेश एक विशाल संपत्ति में बदल सकता है।
  3. अनुशासित निवेश की आदत: SIP आपके बैंक खाते से स्वचालित रूप से कट जाता है, जिससे यह निवेश में अनुशासन लाता है। यह “पहले निवेश, फिर खर्च” के सिद्धांत को बढ़ावा देता है और आपको वित्तीय रूप से अधिक जिम्मेदार बनाता है।
  4. लचीलापन और सुलभता: आप मात्र ₹500 प्रति माह से भी SIP शुरू कर सकते हैं। इसके अलावा, आपके पास अपनी SIP राशि को बढ़ाने, घटाने या कुछ समय के लिए रोकने की भी सुविधा होती है, जो इसे सभी आय वर्गों के लिए एक सुलभ विकल्प बनाती है।

2026 से पहले निवेश क्यों शुरू करें? समय का महत्व

निवेश की दुनिया में एक कहावत बहुत प्रसिद्ध है: “बाजार को टाइम करने से बेहतर है, बाजार में टाइम बिताना।” इसका अर्थ है कि सही समय का इंतजार करने से कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण है कि आप लंबी अवधि के लिए निवेशित रहें। 2026 से पहले अपनी SIP शुरू करना आपको एक महत्वपूर्ण बढ़त दे सकता है।

सोचिए, यदि दो दोस्त, ‘A’ और ‘B’, दोनों 60 साल की उम्र में ₹1 करोड़ का रिटायरमेंट फंड चाहते हैं। ‘A’ 25 साल की उम्र में ₹5,000 की मासिक SIP शुरू करता है, जबकि ‘B’ 35 साल की उम्र में शुरू करता है। यदि दोनों को औसतन 12% का वार्षिक रिटर्न मिलता है, तो ‘A’ आसानी से अपने लक्ष्य तक पहुंच जाएगा, लेकिन ‘B’ को उसी लक्ष्य तक पहुंचने के लिए लगभग ₹15,000 प्रति माह निवेश करना होगा। यह 10 साल की देरी का असर है।

2026 से पहले निवेश शुरू करने का मतलब है कि आप अपनी पूंजी को बढ़ने के लिए अधिक समय दे रहे हैं। यह आपको कंपाउंडिंग का अधिकतम लाभ उठाने और बाजार के कई चक्रों (तेजी और मंदी) से गुजरने का अवसर देता है, जो अंततः आपके पोर्टफोलियो को मजबूती प्रदान करता है।

सही म्यूचुअल फंड SIP का चुनाव कैसे करें? एक स्मार्ट निवेशक बनें

बाजार में सैकड़ों म्यूचुअल फंड स्कीमें उपलब्ध हैं, और उनमें से सही का चुनाव करना एक चुनौतीपूर्ण कार्य हो सकता है। सिर्फ पिछले रिटर्न देखकर निवेश करना एक आम गलती है। एक स्मार्ट निवेशक को कई अन्य महत्वपूर्ण कारकों पर भी ध्यान देना चाहिए:

  • निवेश का उद्देश्य और समय-सीमा: आप किस लक्ष्य के लिए निवेश कर रहे हैं (रिटायरमेंट, घर, शिक्षा) और आपके पास कितना समय है? लंबी अवधि के लक्ष्यों के लिए इक्विटी फंड्स बेहतर होते हैं, जबकि छोटी अवधि के लिए हाइब्रिड या डेट फंड्स उपयुक्त हो सकते हैं।
  • जोखिम उठाने की क्षमता (Risk Appetite): आप अपने निवेश पर कितना जोखिम ले सकते हैं? आपकी उम्र, आय और वित्तीय जिम्मेदारियां आपकी जोखिम क्षमता को प्रभावित करती हैं। स्मॉल-कैप फंड्स में उच्च जोखिम और उच्च रिटर्न की क्षमता होती है, जबकि लार्ज-कैप फंड्स तुलनात्मक रूप से अधिक स्थिर होते हैं।
  • फंड का प्रदर्शन: फंड के पिछले प्रदर्शन को देखें, लेकिन केवल 1 साल के रिटर्न पर ध्यान न दें। 3, 5 और 10 वर्षों में फंड ने अपने बेंचमार्क और अपनी श्रेणी के अन्य फंड्स की तुलना में कैसा प्रदर्शन किया है, इसका विश्लेषण करें। प्रदर्शन में निरंतरता महत्वपूर्ण है।
  • एक्सपेंस रेशियो (Expense Ratio): यह वह वार्षिक शुल्क है जो एसेट मैनेजमेंट कंपनी (AMC) आपके निवेश को प्रबंधित करने के लिए लेती है। कम एक्सपेंस रेशियो का मतलब है कि आपके रिटर्न का एक बड़ा हिस्सा आपके पास आएगा।
  • फंड मैनेजर का अनुभव: फंड मैनेजर आपके पैसे का प्रबंधन करता है। एक अनुभवी और कुशल फंड मैनेजर मुश्किल बाजार स्थितियों में भी बेहतर निर्णय ले सकता है।

इस प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए, Fintax360 जैसे वित्तीय सलाहकार और fintax360.com जैसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म आपकी मदद कर सकते हैं। वे आपके वित्तीय लक्ष्यों और जोखिम प्रोफाइल के आधार पर सही फंड चुनने में आपका मार्गदर्शन करते हैं और गहन शोध के आधार पर अपनी सिफारिशें देते हैं।

2026 से पहले शुरू करने के लिए टॉप 5 परफॉर्मिंग म्यूचुअल फंड SIPs

यहाँ Fintax360 के विशेषज्ञों द्वारा चुने गए 5 म्यूचुअल फंड हैं जो विभिन्न जोखिम श्रेणियों और निवेश लक्ष्यों को पूरा करते हैं। यह सूची प्रदर्शन में निरंतरता, मजबूत फंडामेंटल्स और भविष्य की विकास क्षमता के आधार पर तैयार की गई है।

(नोट: यह कोई सीधी निवेश सलाह नहीं है। निवेशकों को निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श करना चाहिए और स्कीम से संबंधित सभी दस्तावेजों को ध्यान से पढ़ना चाहिए।)

1. एक्सिस स्मॉल कैप फंड (Axis Small Cap Fund) – डायरेक्ट ग्रोथ

  • कैटेगरी: स्मॉल-कैप इक्विटी फंड
  • निवेश दर्शन: यह फंड मुख्य रूप से उन छोटी कंपनियों में निवेश करता है जिनमें भविष्य में बड़ी बनने की अपार क्षमता होती है। इसका फोकस गुणवत्तापूर्ण व्यवसायों पर है जिनकी बैलेंस शीट मजबूत हो और जिनका प्रबंधन कुशल हो। यह “बाय एंड होल्ड” रणनीति का पालन करता है और अस्थिरता को कम करने पर ध्यान केंद्रित करता है।
  • ऐतिहासिक प्रदर्शन: इस फंड ने अपनी स्थापना के बाद से लगातार अपने बेंचमार्क और श्रेणी के औसत से बेहतर प्रदर्शन किया है। इसने लंबी अवधि के निवेशकों को शानदार रिटर्न दिया है, खासकर 5 और 7 साल की SIP पर।
  • टॉप होल्डिंग्स: फंड का पोर्टफोलियो अच्छी तरह से विविध है और इसमें फाइन ऑर्गेनिक्स, गैलेक्सी सर्फैक्टेंट्स, और ब्रिगेड एंटरप्राइजेज जैसी कंपनियां शामिल हो सकती हैं।
  • क्यों निवेश करें? यदि आप एक आक्रामक निवेशक हैं और लंबी अवधि (7+ वर्ष) के लिए निवेश कर सकते हैं, तो यह फंड आपके पोर्टफोलियो में उच्च विकास की क्षमता जोड़ सकता है। स्मॉल-कैप कंपनियां आर्थिक सुधार के दौर में सबसे तेजी से बढ़ती हैं, और यह फंड इस सेगमेंट में एक स्थिर और विश्वसनीय विकल्प है।

2. पराग पारिख फ्लेक्सी कैप फंड (Parag Parikh Flexi Cap Fund) – डायरेक्ट ग्रोथ

  • कैटेगरी: फ्लेक्सी-कैप इक्विटी फंड
  • निवेश दर्शन: यह अपनी अनूठी निवेश रणनीति के लिए जाना जाता है। यह फंड भारतीय और विदेशी (मुख्य रूप से अमेरिकी) दोनों इक्विटी में निवेश करता है, जो इसे सही मायने में भौगोलिक विविधीकरण प्रदान करता है। यह मूल्य-निवेश (Value Investing) के सिद्धांतों का पालन करता है, यानी उन कंपनियों में निवेश करता है जो अपनी वास्तविक कीमत से कम पर कारोबार कर रही हैं।
  • ऐतिहासिक प्रदर्शन: इस फंड ने लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है और बाजार में गिरावट के दौरान अपने पोर्टफोलियो को बचाने में सफल रहा है। विदेशी इक्विटी में निवेश इसे रुपये की गिरावट के खिलाफ एक बचाव प्रदान करता है।
  • टॉप होल्डिंग्स: इसके पोर्टफोलियो में HDFC बैंक, बजाज होल्डिंग्स जैसी भारतीय कंपनियों के साथ-साथ अल्फाबेट (गूगल), माइक्रोसॉफ्ट और अमेज़ॅन जैसी वैश्विक दिग्गज कंपनियां भी शामिल हैं।
  • क्यों निवेश करें? यह उन निवेशकों के लिए एक उत्कृष्ट विकल्प है जो एक ही फंड के माध्यम से भारतीय और वैश्विक बाजारों में निवेश का लाभ उठाना चाहते हैं। यह मध्यम से उच्च जोखिम वाले निवेशकों के लिए उपयुक्त है जो 5-7 वर्षों के लिए निवेश करना चाहते हैं।

3. मिराए एसेट लार्ज कैप फंड (Mirae Asset Large Cap Fund) – डायरेक्ट ग्रोथ

  • कैटेगरी: लार्ज-कैप इक्विटी फंड
  • निवेश दर्शन: यह फंड भारत की शीर्ष 100 सबसे बड़ी और सबसे स्थापित कंपनियों में निवेश करता है। इसका उद्देश्य स्थिर और सतत विकास प्रदान करना है। फंड का प्रबंधन एक मजबूत अनुसंधान-संचालित दृष्टिकोण के साथ किया जाता है, जो गुणवत्ता और विकास के अवसरों पर ध्यान केंद्रित करता है।
  • ऐतिहासिक प्रदर्शन: यह अपनी श्रेणी में सबसे सुसंगत प्रदर्शन करने वालों में से एक रहा है। इसने कई बाजार चक्रों में अपने बेंचमार्क को सफलतापूर्वक मात दी है और निवेशकों के लिए विश्वसनीय रिटर्न उत्पन्न किया है।
  • टॉप होल्डिंग्स: पोर्टफोलियो में आमतौर पर HDFC बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, ICICI बैंक और इंफोसिस जैसे दिग्गज शेयर शामिल होते हैं।
  • क्यों निवेश करें? यह उन रूढ़िवादी इक्विटी निवेशकों के लिए आदर्श है जो बहुत अधिक जोखिम नहीं लेना चाहते लेकिन फिर भी इक्विटी बाजार के विकास का लाभ उठाना चाहते हैं। यह आपके पोर्टफोलियो का एक मुख्य (Core) हिस्सा हो सकता है और लंबी अवधि में स्थिरता प्रदान करता है।

4. कोटक इमर्जिंग इक्विटी फंड (Kotak Emerging Equity Fund) – डायरेक्ट ग्रोथ

  • कैटेगरी: मिड-कैप इक्विटी फंड
  • निवेश दर्शन: यह फंड मिड-कैप सेगमेंट की उभरती हुई कंपनियों में निवेश करता है। ये वे कंपनियां हैं जो लार्ज-कैप बनने की राह पर हैं। फंड का फोकस उन कंपनियों पर है जिनका व्यवसाय मॉडल स्केलेबल है और जिनमें लंबी अवधि में उच्च विकास की क्षमता है।
  • ऐतिहासिक प्रदर्शन: मिड-कैप श्रेणी में यह एक स्टार परफॉर्मर रहा है। इसने लंबी अवधि में असाधारण रिटर्न दिया है और एक अनुभवी फंड मैनेजमेंट टीम द्वारा समर्थित है।
  • टॉप होल्डिंग्स: इसके पोर्टफोलियो में सुप्रीम इंडस्ट्रीज, परसिस्टेंट सिस्टम्स और शेफलर इंडिया जैसी कंपनियां हो सकती हैं।
  • क्यों निवेश करें? जो निवेशक लार्ज-कैप से थोड़ा अधिक जोखिम लेकर बेहतर रिटर्न कमाना चाहते हैं, उनके लिए यह एक बेहतरीन विकल्प है। मिड-कैप फंड्स में लार्ज-कैप की स्थिरता और स्मॉल-कैप के विकास का एक अच्छा संतुलन होता है। यह 5-7 साल या उससे अधिक के निवेश क्षितिज के लिए उपयुक्त है।

5. एसबीआई लॉन्ग टर्म इक्विटी फंड (SBI Long Term Equity Fund) – डायरेक्ट ग्रोथ

  • कैटेगरी: ईएलएसएस (इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम) / टैक्स सेवर फंड
  • निवेश दर्शन: यह एक टैक्स-सेविंग फंड है जो आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत ₹1.5 लाख तक की कर छूट प्रदान करता है। इसका मतलब है कि आप न केवल इक्विटी में निवेश करके संपत्ति बनाते हैं, बल्कि टैक्स भी बचाते हैं। फंड का पोर्टफोलियो विभिन्न मार्केट कैप (लार्ज, मिड और स्मॉल-कैप) में विविध है और इसमें 3 साल की लॉक-इन अवधि होती है।
  • ऐतिहासिक प्रदर्शन: यह भारत के सबसे पुराने और सबसे प्रतिष्ठित ईएलएसएस फंडों में से एक है। इसने लंबी अवधि में लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है और टैक्स बचाने के साथ-साथ संपत्ति बनाने का दोहरा लाभ प्रदान किया है।
  • टॉप होल्डिंग्स: पोर्टफोलियो में विभिन्न क्षेत्रों के मजबूत शेयरों का मिश्रण होता है, जैसे कि आईसीआईसीआई बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, और एचडीएफसी बैंक।
  • क्यों निवेश करें? यह उन सभी करदाताओं के लिए एक अनिवार्य निवेश है जो धारा 80C का लाभ उठाना चाहते हैं और साथ ही इक्विटी बाजार में भी निवेश करना चाहते हैं। 3 साल की लॉक-इन अवधि यह सुनिश्चित करती है कि आप कम से कम मध्यम अवधि के लिए निवेशित रहें, जो इक्विटी निवेश के लिए अच्छा है।

अपनी SIP यात्रा कैसे शुरू करें: Fintax360.com के साथ एक सरल गाइड

अब जब आप SIP के लाभों और कुछ बेहतरीन फंड्स के बारे में जानते हैं, तो अगला कदम अपनी निवेश यात्रा शुरू करना है। fintax360.com जैसे डिजिटल प्लेटफॉर्म ने इस प्रक्रिया को बेहद सरल बना दिया है।

  1. अपने वित्तीय लक्ष्य निर्धारित करें: सबसे पहले, यह तय करें कि आप क्यों निवेश कर रहे हैं। लक्ष्य स्पष्ट होने से आपको सही फंड और सही SIP राशि चुनने में मदद मिलेगी।
  2. केवाईसी (KYC) प्रक्रिया पूरी करें: यदि आप पहली बार निवेश कर रहे हैं, तो आपको अपनी KYC (अपने ग्राहक को जानें) प्रक्रिया पूरी करनी होगी। इसके लिए आपको अपना पैन कार्ड, आधार कार्ड और बैंक खाते का विवरण चाहिए होगा। यह प्रक्रिया अब fintax360.com पर पूरी तरह से ऑनलाइन और पेपरलेस हो गई है।
  3. सही फंड चुनें: ऊपर दिए गए कारकों के आधार पर और यदि आवश्यक हो तो Fintax360 के विशेषज्ञों की सलाह लेकर अपने लिए सबसे उपयुक्त फंड चुनें। आप fintax360.com पर विभिन्न फंड्स के प्रदर्शन, पोर्टफोलियो और एक्सपेंस रेशियो की तुलना कर सकते हैं।
  4. SIP राशि और तारीख तय करें: तय करें कि आप हर महीने कितना निवेश करना चाहते हैं। एक ऐसी तारीख चुनें जो आमतौर पर आपके वेतन आने के ठीक बाद की हो, ताकि आप अनुशासित रह सकें।
  5. बैंक मैंडेट सेट करें: आपको एक बार एक ऑनलाइन मैंडेट सेट करना होगा, जो म्यूचुअल फंड कंपनी को हर महीने आपके बैंक खाते से निश्चित SIP राशि काटने की अनुमति देगा।
  6. नियमित रूप से समीक्षा करें: अपने निवेश को सेट करके भूल न जाएं। साल में कम से कम एक बार अपने पोर्टफोलियो की समीक्षा करें ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि यह आपके लक्ष्यों के अनुरूप प्रदर्शन कर रहा है।

निष्कर्ष: आज का छोटा कदम, कल का बड़ा भविष्य

म्यूचुअल फंड SIP लंबी अवधि में धन बनाने का एक सिद्ध और विश्वसनीय तरीका है। यह आपको बाजार के उतार-चढ़ाव के जोखिम को कम करने, कंपाउंडिंग का लाभ उठाने और अनुशासित तरीके से अपने वित्तीय लक्ष्यों तक पहुंचने में मदद करता है। 2026 से पहले अपनी निवेश यात्रा शुरू करना आपको वित्तीय सुरक्षा की राह पर एक महत्वपूर्ण शुरुआत दे सकता है।

सही फंड का चुनाव आपकी सफलता की कुंजी है। एक्सिस स्मॉल कैप फंड जैसे उच्च-विकास वाले फंड से लेकर मिराए एसेट लार्ज कैप फंड जैसे स्थिर विकल्पों तक, बाजार में हर प्रकार के निवेशक के लिए कुछ न कुछ है। महत्वपूर्ण बात यह है कि आप अपनी जोखिम क्षमता और लक्ष्यों के अनुसार एक विविध पोर्टफोलियो बनाएं।

इस यात्रा में, Fintax360 और fintax360.com जैसे प्लेटफॉर्म आपके विश्वसनीय भागीदार हो सकते हैं, जो आपको सही ज्ञान, उपकरण और मार्गदर्शन प्रदान करते हैं। याद रखें, वित्तीय स्वतंत्रता एक मंजिल नहीं, बल्कि एक यात्रा है, और SIP उस यात्रा को शुरू करने का सबसे सरल और प्रभावी तरीका है। तो इंतजार न करें, आज ही अपना पहला कदम उठाएं और अपने वित्तीय भविष्य को सुरक्षित करें।

अस्वीकरण: म्यूचुअल फंड निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन हैं, योजना से संबंधित सभी दस्तावेजों को ध्यान से पढ़ें। इस लेख में उल्लिखित फंड्स केवल उदाहरण के लिए हैं और इन्हें निवेश की सिफारिश नहीं माना जाना चाहिए। पिछला प्रदर्शन भविष्य के रिटर्न का संकेत नहीं है।


Discover more from Finance and Taxation

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

Comments

No comments yet. Why don’t you start the discussion?

Leave a Reply